Govind Dev ji Bhajan : नंद बाबा रा लाडला होली का रसिया सांवरा थारो गोपी रूप बणास्याँ आवरै आवरै

 नंद बाबा रा लाडला होली का रसिया सांवरा थारो गोपी रूप बणास्याँ आवरै आवरै

बाटडली में मन भटके छै,आंख्या नीर बहावै छै ब्रजरी अलिया गलियां अटरियां थारी याद दिलावै छै मण्डल करस्यां रास रचास्यां आवरै आवरै //1//... नंद बाबा रा... फागण महिनों आय गयो, प्रीति री फाग रचावालाँ झिरमिर झिरमिर भक्ति री झारयां से रंग बरसावालां भाँग्या पाँस्या मस्त बणास्याँ आवरै आवरै //2//.. नंद बाबा रा... प्रेम पाश में गूथालां म्हं,कुंज-गल्यां ले चालां अब के म्हाके दांव लग्यो,थानै ब्रजनार बणांवालाँ बंशी थारी खोस बगास्याँ आवरै आवरै //3//.. नंद बाबा रा... मोर मुकुट ने परो धरांला,सीधी मांग निकालाला हीरा जड़ियों गूथ बोरलो, सुंदर चीर उढ़ावांला बाल बाल मोती लटकास्यां आवरै //4//.. नंद बाबा रा.. दूर बगा पीताम्बर कुर्ती कांचली पैरावालां हाथां में चुड़लो पैरा लंहगा से खूब सजावांला नख सिख आभूषण पैरास्यां आवरै आवरै //5//.. नंद बाबा रा... सांवरिया मुखड़ा पर हंस हंस लाल गुलाल लगावांला पचरंगी पिचकारयां री,धारा पे नाच नचावांला प्रेम भरी गाल्यां भी गास्यां आवरै आवरै //6//... नंद बाबा रा.. झांझ-मृदंग,मंजीरा-चंग,करताली खूब बजावालाँ युगल गोपी रा दर्शन कर जनम सुधारालाँ तन मन अर्पण कर सुख पास्यां आवरै आवरै //7//.. नंद बाबा रा...

Comments

Popular posts from this blog

Govind Dev ji Bhajan : ओ बनड़ो सोणो लागे म्हारो गोविंद बिहारी

गणेश जी का होली का भजन - गणपत लाला ने सुमरे